भक्ति कविता, शायरी और Quotes | Bhakti Quotes from Bhakti gana in Hindi

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
 गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥

गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे महान गुरु को नमन है।

भक्ति कविता, शायरी और Quotes | Bhakti Quotes from Bhakti gana in Hindi 

तेरे ही भरोसे थे 

तेरे ही भरोसे हैं

तेरे ही भरोसे हम रहेंगे


तू ही आस्था मेरी, 

मेरा विश्वास है

मेरे ह्रदय में भोले, 

तेरा ही वास है


हर गम में साथ था बन के तू साया
हर एक मुश्किल से तूने ही बचाया 
तेरे एहसानों को हम ना भूल पाएंगे
गुरुवर तेरे चरणों में सदा शीश हम नवाएंगे


मिलती है शक्ति मुझे दर्शन से तेरे

ह्रदय ये पुकारे तुझे सांझ और सवेरे



जन्मो जनम का तुझसे है नाता

तू ही है भोले मेरा भाग्य विधाता

कोई टिप्पणी नहीं

If you have any doubt ,please let me know

Blogger द्वारा संचालित.