[श्री कृष्ण सुविचार] Bhagwan Sri Krishna Quotes in Hindi | Best Lord Krishna Quotes In Hindi | कृष्णा कोट्स इन हिंदी
दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं श्री भगवान कृष्ण के कोट्स हिंदी में, Sri Krishna Quotes in Hindi | Best Lord Krishna Quotes In Hindi | कृष्णा कोट्स इन हिंदी।
मेरे मित्रो, भगवान कृष्ण को इस संसार में कौन नहीं जानता? भगवान कृष्ण इस संसार में धार्मिकता और सच्चाई के प्रतीक हैं। भगवान श्री कृष्ण बुद्धि और प्रेम के प्रतीक हैं।
भगवान कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार भी माना जाता है। वह हमेशा धर्म के लिए लड़ते रहे और हिंदू देवताओं में सबसे लोकप्रिय हैं,आज इस लेख में हम आपके लिए भगवान कृष्ण के अनमोल वचन हिंदी में लेकर आए हैं, जिन्हें आप अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर साझा कर सकते हैं।
Sri Krishna Quotes in Hindi | Best Lord Krishna Quotes In Hindi | कृष्णा कोट्स इन हिंदी
जीवन में 'परेशानियां' चाहे जितनी हो 'चिंता' करने से और ज्यादा होती है.... 'खामोश' होने से बिल्कुल कम... 'सब्र' करने से खत्म हो जाती है तथा परमात्मा का 'शुक्र' करने से 'खुशियों' में बदल जाती है।
जय श्री कृष्ण
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समय कभी नहीं रुकता आज यदि बुरा चल रहा है तो कल अवश्य अच्छा आएगा आप केवल निस्वार्थ भाव से कर्म कीजिए और वही आपके हाथ में है।
जब तकलीफ़ हो जीने में, तो
श्री कृष्ण" को बसा लो सीने में.
सुख-दुख का आना-जाना सर्दी-गर्मी के आने-जाने के
जैसा ही है। इसलिए इन्हें सहन करना सीखना ही उचित है
धर्म चाहे जो भी हो अच्छे इंसान बनो,
हिसाब हमारे कर्म का होगा,धर्म का नहीं।
जब जिंदगी में बुरा समय आए
तब समझ लेना कि
अच्छे कर्म का समय आ गया है!
परमात्मा की भक्ति करने से मन सात्विक हो जाता है, और दुर्भाग्य की समाप्ति हो जाती हैं क्योंकि मेरा ध्यान करते करते भक्त का मन निष्क्रिय हो जाता हैं और अस्तित्व मुझमें लीन हो जाता हैं।
तुम अपनी पीड़ा के लिए संसार को दोष मत दो।
अपने मन को समझाओ तुम्हारे मन का परिवर्तन
ही तुम्हारे दुखो का अंत है।
राधा ने श्री कृष्ण से पूछा प्यार का असली मतलब क्या होता है?
श्री कृष्णा ने हँस कर कहा, जहाँ मतलब होता है, वहाँ प्यार ही कहा होता है।
श्री कृष्ण ने कहा है,अगर तुम्हें किसी ने दुखी किया है तो बुरा मत मानना,
लोग उसी पेड़ पर पत्थर मारते है, जिस पेड़ पर ज्यादा मीठे फल होते है।
जो लोग तुम्हारी बुराई करते है करेंगे चाहे तुम अच्छा करो या बुरा..
इसलिए शांत रहकर अपना कर्म करते रहो निंदा से मत घबराओ,
निंदा उसी की होती है,जो जिंदा है,मरने के बाद तो सिर्फ तारीफ होती है
समय और स्थिति कभी भी बदल सकती हैं,
अतः कभी किसी का अपमान ना करें ,ना ही किसी को तुच्छ समझे ..
आप शक्तिशाली हो सकते हैं पर समय आपसे अधिक शक्तिशाली है !
ज़िन्दगी चाहे एक दिन की हो या चार दिन की,
उसे ऐसे जियों जैसे कि ज़िन्दगी तुम्हे नहीं, ज़िन्दगी को तुम मिले हो ।
प्रभु के लिए भाव और श्रद्धा आने का मतलब है
कि हमारे पापों का नाश होने लगा है।
शरीर जल से पवित्र होता है मन सत्य से
बुद्धि ज्ञान से और आत्मा धर्म से।
ना देखा, ना छुआ, ना पाया है...तुझको.....
लेकिन बंद आँखों से तेरे दीदार होने से सुकून आया है मुझको.....
राधे राधे....
हम जितना ज्यादा दूसरों का भला करेगे, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा और परमात्मा उसमे बसेंगे।
श्री कृष्ण कहते है कि हे अर्जुन भगवान में श्रद्धा रखने वाला मनुष्य अपनी इंद्रियों को वश में करके ज्ञान प्राप्त कर लेते हैं और ज्ञान प्राप्त करने वाले ऐसे मनुष्य शीघ्र ही परम शांति को प्राप्त करते हैं।
तुम जो भी कर्म प्रेम और सेवा की भावना से करते हो, वह तुम्हे परमात्मा की ओर ले जाता है। जिस कर्म में घृणा छिपी होती है, वह परमात्मा से दूर ले जाता है।
कर्म का फल व्यक्ति को उसी तरह ढूंढ लेता है,
जैसे कोई बछड़ा सैकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ लेता है ।
भूत और भविष्य में नही, जीवन तो इस पल में हैं
अर्थात वर्तमान का अनुभव ही जीवन हैं ।
ऐसा कोई समय नहीं था जब मैं नहीं था,
न आप, न ही इनमें से कोई राजा।
न ही कोई भविष्य है जिसमें हम नहीं रहेंगे।
जिंदगी में कभी भी अपने किसी हुनर पर घमंड मत करना,
क्योंकि पत्थर जब पानी में गिरता है तो अपने ही वजन से डूब जाता है।
मंजिलें मुझे छोड़ गई, रास्तों ने संभाल लिया,
जा जिंदगी तेरी जरूरत नहीं, श्री कृष्ण ने मुझे संभाल लिया।
खाली हाथ आए खाली हाथ वापस चले जाओगे आज तुम्हारा है कल किसी और का था परसों किसी और का होगा,तुम जिसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो बस यही प्रसन्नता तुम्हारे दुखों का कारण है। ।
कोई भी कारण हो ! कोई भी बात हो, चिढ़ो मत- गुस्सा मत करो! जोर से मत बोलो ! मन शान्त रखो विचार करो! फिर निर्णय लो, आवाज से आवाज नहीं मिटती बल्कि चुप्पी से मिटती है। तकलीफ सिर्फ आपको होगी, दुःख भी आपको ही होगा ! मन शान्त रखोगे तो, सुख भी आपको ही मिलेगा !
किसी का अच्छा होते देखने की क्षमता जिसके अंदर होती है,
वह मुझे अति प्रिय है
वह सब कुछ करो जो तुम्हें करना है, लेकिन लालच से नहीं, अहंकार से नहीं, वासना से नहीं, ईर्ष्या से नहीं बल्कि प्रेम, करुणा, नम्रता और भक्ति के साथ
अपने जीवन में कभी भी ना किसी को आनंद में वचन दे
ना क्रोध में उत्तर दे और ना ही दुख में कभी निर्णय ले !
ईश्वर किसी का नहीं
अपितु सर्वत्र ईश्वर का है !
संसार का यही नियम है
जहां संयोग है वहां वियोग भी तो है !
बुरा वक़्त आपको जिंदगी के उन सच से सामना करवाता है।
जिनका आपने अपने अच्छे वक़्त में कभी ख्याल भी नहीं किया होता है।
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